यूपी में भाजपा की लहर नहीं सुनामी चल रही है, बनेगी पूर्ण बहुमत की सरकार: अमित शाह

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इस कडी में शाह ने एक महिला द्वारा गायत्री पर बलात्कार के आरोप को लेकर कल उच्चतम न्यायालय की ओर से राज्य पुलिस को एफआईआर दर्ज करने के निर्देश, मथुरा के जवाहरबाग कांड और मुजफ्फरनगर दंगों का उल्लेख किया। इस सवाल पर कि जब भाजपा दुनिया का सबसे बडा राजनीतिक दल और कैडर आधारित पार्टी है तो उसे अन्य दलों से आये लोगों को टिकट देने की आवश्यकता क्यों पडी, शाह ने कहा कि जहां तक बाहर से प्रत्याशी लेने का सवाल है, तो उत्तर प्रदेश में पार्टियां बुरी तरह बिखर रही हैं। चुनाव से पहले किसी को पार्टी में जोडना कोई बुरी बात नहीं है। जो भी आये हैं, वे जनादेश के लिए जा रहे हैं और फैसला जनता को करना है।

पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के समय तीन नये राज्यों के गठन के परिप्रेक्ष्य में पूर्वांचल को अलग राज्य बनाने से जुड़े प्रश्न पर शाह ने कहा, ‘अभी ऐसा कोई निर्णय नहीं लिया गया है और ना ही इस बारे में कोई नीतिगत विचार हुआ है।’ पूर्वांचल में दिमागी बुखार की समस्या और उससे होने वाली मौतों पर ध्यान आकृष्ट किये जाने पर शाह ने कहा कि दिमागी बुखार के लिए सबसे बडी लडाई स्थानीय भाजपा सांसद योगी आदित्यनाथ ने लडी है। उन्होंने इस मुद्दे को भारत सरकार के स्वास्थ्य विभाग के समक्ष उठाकर इस पर अनुसंधान एवं विकास (आरएंडडी) का काम शुरू किया। गोरखपुर में अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) बनने पर उसमें दिमागी बुखार पर नया विंग (प्रकोष्ठ) बनाया जाएगा।

जब पूछा गया कि अन्य दलों पर परिवारवाद का आरोप मढने वाली भाजपा भी अपने सांसदों और मंत्रियों के रिश्तेदारों को टिकट दे रही है, तो शाह का जवाब था, ‘कांग्रेस में जन्म के साथ ही प्रधानमंत्री या अध्यक्ष तय हो जाते हैं। हमारे यहां नहीं होते। मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव का बेटा भी मुख्यमंत्री बनता है, इसे परिवारवाद कहते हैं।’ उन्होंने भाजपा की स्थिति स्पष्ट करते हुए कहा, ‘किसी सांसद का बेटा अगर 15 साल काम करके विधायक का चुनाव लड़े तो इसे परिवारवाद नहीं कहा जाएगा। हमारे यहां मुख्यमंत्री का बेटा मुख्यमंत्री नहीं बनता। बिना योग्यता हमारे यहां टिकट नहीं मिलता।’

शाह ने कहा कि दिखावे वाले कदम उठाकर मुख्यमंत्री अखिलेश यादव इतने बडे प्रदेश को झांसे में डालना चाहते हैं। पानी, बिजली, स्वास्थ्य सुविधाओं, धान खरीद, गन्ना किसानों के भुगतान, महिलाओं की सुरक्षा और कल कारखानों के मामले में खराब स्थितियों को लेकर उनके पास कोई जवाब नहीं है। उन्होंने कहा, ‘लखनऊ मेट्रो के विज्ञापन देख दस हजार लोग परिवार सहित उसमें बैठने गये लेकिन वापस आ गये क्योंकि मेट्रो चालू ही नहीं हुई और उसे हरी झंडी दिखा दी गयी। आगरा लखनऊ एक्सप्रेसवे का भी ऐसे ही आनन फानन में उद्घाटन किया गया।’

शाह ने कहा, ‘विकास के नाम पर उत्तर प्रदेश में पांच साल में कुछ नहीं हुआ। भ्रष्टाचार चरम पर है। मोदी सरकार बनने के बाद प्रदेश को हर साल एक लाख करोड रुपये अतिरिक्त बजट दिया गया लेकिन वह धन कहां गया, किसी ने कोई हिसाब नहीं दिया।’ शाह ने भाजपा के चुनावी घोषणापत्र में किये गये वायदे गिनाये तो भाजपा शासित राज्यों में हो रहे विकास का खाका भी खींचा।

वह यह वादा करने से भी नहीं चूके कि भाजपा की सरकार बनी तो उत्तर प्रदेश में जातिवाद, परिवारवाद और तुष्टिकरण की राजनीति को समाप्त किया जाएगा। तीन तलाक से जुडे सवाल पर उन्होंने कहा कि उच्चतम न्यायालय की पहल का केन्द्र की भाजपा सरकार ने स्वागत किया है। भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि मुस्लिम महिलाओं के अधिकारों की सुरक्षा के लिए तीन तलाक को समाप्त करने का समय देश में आ चुका है। उत्तर प्रदेश में भाजपा की सरकार बनती है तो वह सरकार भी स्पष्ट रूप से ऐसी ही राय शीर्ष अदालत में रखेगी।