वाराणसी : रामनगर सरकारी हॉस्पिटल की लापरवाही से गई नाबालिग की जान, परिजनों द्वारा कार्यवाही की मांग
रामनगर स्थित सरकारी हॉस्पिटल के डॉक्टर और नर्स की लापरवाही से नाबालिग की जान चली गई, जिसके बाद परिजनों ने सरकार से कठोर कार्यवाही करने की मांग की है।
Mon, 31 Jul 2023 14:19:17 - By : SANDEEP KR SRIVASTAVA
वाराणसी : रामनगर के सरकारी हॉस्पिटल लाल बहादुर शास्त्री से एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है, जहां पर डॉक्टर और नर्स की लापरवाही से एक 16 वर्षीय नाबालिग लड़की की जान चली गई। परिजनों ने सरकार से अस्पताल के कर्मचारियों और अधिकारियों पर कठोर कार्यवाही करने की गुहार लगाई। जिससे आने वाले समय में ऐसी कोई घटना न हो। प्राप्त जानकारी के अनुसार रामनगर थाना क्षेत्र के अंतर्गत सीहाबीर वार्ड निवासी गुलाब चंद्र यादव उर्फ बुल्लू यादव की पुत्री जूही यादव जिसकी उम्र लगभग 16वर्ष थी। उसको उल्टी-दस्त होने पर परिजन रामनगर स्थित सरकारी अस्पताल लाल बहादुर शास्त्री में लेकर आए। जहां मरीज को डायरिया वार्ड में भर्ती कर लिया गया।
मृतक किशोरी के परिजनों ने घटना की जानकारी देते हुए बताया कि कोई भी डॉक्टर देखने नहीं आया। वहां पर सिर्फ नर्स ही ड्यूटी पर थी,जिसका व्यवहार मरीजों और तीमारदारों के प्रति काफी सख्त था, वो बुलाने पर नही सुनती है और मोबाईल पर ही बाते करती रहती है। जैसे-तैसे रात भर में सिर्फ एक पानी का बोतल लगाया जा सका। मरीज की हालत और बिगड़ने लगी जिसको देखकर परिजनों ने नर्स को कितनी बार मरीज को आकर देख लेने को कहा,लेकिन चलो आते है कह कर नर्स मोबाईल पर लगी रही। किशोरी की बिमारी का सूचना मिलते ही गोलाघाट के भाजपा पार्षद पति मनोज यादव भी हॉस्पिटल पर पहुंच गए। किशोरी की हालत को देखते हुए उसे इमरजेंसी वार्ड में एडमिट करवाया गया। जहां देर रात इलाज के दौरान नाबालिग किशोरी की मौत हो गई।
पार्षद पति मनोज यादव ने बताया कि अगर समय से इलाज होता तो आज मेरी भतीजी की जान नहीं जाती। कर्मचारियों व डॉक्टर की लापरवाही से एक किशोरी की जान चली गई, हॉस्पिटल में संसाधनों की कोई कमी नही है,लेकिन यहां के स्टाफ और अधिकारियों की घोर लापरवाही की वजह से ऐसा हुआ है। जिसका सीधे तौर पर जिम्मेदार रामनगर हॉस्पिटल प्रशासन है। वही जूही की मौत की खबर सुनते ही पूरे सिहाबिर वार्ड में शोक की लहर दौड़ गई,और जैसे ही इस दर्दनाक घटना का पता मां मीना देवी को हुआ उनकी आंसू ही नही रुक रहे है। पूरा परिवार व रामनगर की जनता इस समय दुःख और हॉस्पिटल की घोर लापरवाही से नाराज दिखा।
सूचना पर रामनगर पुलिस व लाल बहादुर हॉस्पिटल के सीएमएस डा.अमरेंद्र चंद्र दूबे मौके पर पहुंचे। सीएमएस ने कहा कि इसकी जांच कराई जाएगी और जो भी दोषी पाया जाएगा उसपर कठोर और दंडात्मक कार्यवाही की जाएगी।