वाराणसी: टिकट वितरण को लेकर भाजपा में मचे घमासान के बीच केशव प्रसाद मौर्या ने भाजपा की जीत का एलान किया है। केशव का कहना है कि इस बार चुनाव में भाजपा को तीन सौ सीटों पर जीत मिलने वाली है। केशव का कहना है कि भाजपा द्वारा जारी की गई सूची में कोई बदलाव नहीं किया जाएगा।
सूबे भर में भाजपा द्वारा टिकट वितरण को लेकर भाजपा कार्यकर्ता विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। इसी बीच केशव प्रसाद मौर्या व प्रदेश प्रभारी ओम माथुर व प्रदेश सहप्रभारी सुनील ओझा वाराणसी दौरे पर पहुंचे। यहां उन्हें कार्यकर्ताओं के जबरदस्त विरोध का सामना करना पड़ा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र में भाजपा प्रदेश अध्यक्ष केशव प्रसाद मौर्या संग प्रदेश प्रभारी व सहप्रभारी काशी क्षेत्र के कार्यकर्ताओं की बैठक में शामिल होने के लिए बाबतपुर स्थित एक व्यावसायिक स्थान पर पहुंचे थे।
जहां वाराणसी के विधानसभा सीटों पर उतारे गए प्रत्याशियों के विरोध में स्वर बुलंद करते हुए कार्यकर्ताओं ने प्रदेश शीर्ष नेतृत्व के समक्ष ‘वापस जाओ’ और ‘टिकट वापसी लो’ के नारे से आकाश को गूंजायमान कर दिया।
.कार्यकर्ताओं का यह आक्रोश देख उन्हें समझाने का प्रयास कर रहे केशव मौर्या की सारी कोशिशें असफल दिखाई पड़ी।
बीजेपी कार्यकर्ताओं का यह विरोध देख प्रदेश प्रभारी ओम माथुर व सह प्रभारी सुनील ओझा तो कार्यकर्ता बैठक के बाद वहीं से बैरंग वापस लौट गये लेकिन केशव प्रसाद मौर्या को इस विरोध का सामना गुलाबबाग स्थित भाजपा पार्टी कार्यालय तक झेलने को पड़ा। जहां सैकड़ों की संख्या में पहुंचे कार्यकर्ताओं ने प्रदेश अध्यक्ष को घेरकर उनके सामने जमकर विरोधी नारे लगाये। हांलाकि इस दौरान कार्यकर्ताओं का आक्रोश जब सिर के उपर जाने लगा तो प्रदेश अध्यक्ष केशव प्रसाद मौर्या को यह तक कहने पर मजबूर होना पड़ा कि पार्टी अनुशासनहीनता नहीं बर्दाश्त करेगी जिसके बाद मुर्दाबाद के स्वर जिंदाबाद में तब्दील हो गये और तत्पश्चात केशव प्रसाद मीडिया से रूबरू हुए।
बहरहाल विरोध प्रदर्शन के बीच केशव ने मीडिया से बातचीत में 2014 लोकसभा चुनाव का हवाला देते हुए कहा कि उत्तरप्रदेश में जिस प्रकार लोकसभा में भाजपा ने अपनी स्थिति मजबूत बनायी उसी प्रकार 2017 में उससे अधिक मजबूती दिखाई पड़ रही है। उन्होंने कहा कि हम 300 से अधिक सीटों पर जीत दर्ज कराएंगे। उन्होंने कहा कि प्रदेश में सपा, बसपा और कांग्रेस तीनों मिलकर अर्धशतक भी पूरा नही कर पाएंगे और कांग्रेस का तो यूपी में खाता भी नहीं खुलेगा। सपा बसपा कांग्रेस मिलकर भी भाजपा का रथ नहीं रोक पाएगा।