[dropcap style=”style1″]लख[/dropcap]नऊ: आबादी के लिहाज से देश के सबसे बड़े सूबे उत्तर प्रदेश में सरकार बनाने के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ आज हजरतगंज थाने पहुंच गए. उन्होंने वहां पर रजिस्टर देखा और पूरे थाने का मुआयना किया. वहीं राज्य के उपमुख्यमंत्री दिनेश शर्मा ने भी अपने मंत्रालय का दौरा किया और अधिकारियों को निर्देश दिया कि फाइलों का निपटान जल्द से जल्द किया जाए. उन्होंने कहा कि उनके मंत्रालय के कार्य में किसी प्रकार का भाई भतीजा नहीं चलेगा. मीडिया से बात करते हुए मुख्यमंत्री आदित्यनाथ ने कहा कि राज्य में कानून का राज हो. इस दृष्टि से पुलिस का मनोबल देखने और पुलिस की कार्यशैली की स्थिति को परखने के लिए यह दौरा था और ऐसे और दौरे हो सकते हैं.
प्रदेश के प्रशासनिक तंत्र के पेंच कसने में जुटे मुख्यमंत्री अचानक हजरतगंज कोतवाली पहुंचे. मुख्यमंत्री के अचानक पहुंचने से वहां हड़कम्प मच गया. उनके साथ पुलिस महानिदेशक जावीद अहमद और लखनऊ की वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक मंजिल सैनी भी मौजूद थीं.
आदित्यनाथ ने कहा ‘‘उत्तर प्रदेश में कानून का राज हो, इसलिये पुलिस का मनोबल कैसा है, यह जानने के लिये मैंने हजरतगंज कोतवाली का दौरा किया है. इसके अलावा पुलिसिंग को बेहतर करने के लिये और कौन-कौन से प्रभावी कार्य हो सकते हैं, यह जानने के लिये मैंने निरीक्षण किया है. यह कोई पहला निरीक्षण नहीं है. आगे भी ऐसे निरीक्षण होंगे. हम उत्तर प्रदेश की जनता के हित में कोई कदम उठाने में नहीं हिचकेंगे.’’ इस बीच, पुलिस महानिदेशक ने बताया कि अपने दौरे के दौरान आदित्यनाथ ने अपराध शाखा और साइबर प्रकोष्ठ का निरीक्षण किया तथा अधिकारियों और कर्मचारियों को समय से दफ्तर आने की ताकीद की. साथ ही उन्होंने अपराध शाखा के बारे में तथा पुलिस की आवश्यकताओं के बारे में बहुत गहन जानकारी ली.
उल्लेखनीय है कि राज्य में जब से बीजेपी की सरकार आई है तब से सरकार का कानून व्यवस्था पर सबसे ज्यादा जोर है. पार्टी ने चुनाव के दौरान राज्य में कानून व्यवस्था की खराब हालात को मुद्दा बनाया था.