आपको बता दें की किसी भी अन्य देश में, चाहे वो अमरीका हो, चीन हो, रूस हो, इजराइल हो, यहाँ तक की श्रीलंका और पाकिस्तान ही हो
वहां कोई भी उस देश के खिलाफ हरकतें करता है तो उसे फ़ौरन ही ठोक दिया जाता है
पर 1947 के बाद से ही कांग्रेस अधिकतर शासन में रही , इन लोगों ने भारत के खिलाफ जहर उगलने, पाकिस्तान के झंडे लहराने, सेना पर पत्थर फेंकने की भी छूट कश्मीर में जिहादियों को दे दी
यहाँ तक इन जिहादियों का मन बढ़ा दिया की, सेना के जवान तक इनसे घायल होने लगे, इन लोगों ने हमारी सेना के हाथ ही बाँध दिए
मोदी सरकार आयी, वो भी कई दिन इन जिहादियों को बर्दास्त करती रही, फिर सेना ने पैलेट गन का इस्तेमाल बढ़ा दिया, मोदी सरकार तो सौम्य ही रही
जिन देशद्रोहियों को सीधे गोली मारना चाहिए उनपर सिर्फ पैलेट गन का ही इस्तेमाल शुरू किया
फिर क्या था देश के वामपंथी, सेक्युलर नेता, सेक्युलर पत्रकार, जिहादी तत्व सभी के सभी
एकजुट हो गए और केंद्र सरकार, भारतीय सेना और पैलेट गन का विरोध करने लगे
ये देशद्रोहियों के मानवाधिकार गिनाने लगे